Shiv chaisa Secrets
Shiv chaisa Secrets
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शिव सागर में जो में उतरा शिव ने पार उतारा,
महाशिवरात्रि पर करें राशिनुसार रुद्राभिषेक, जानिए इस शुभ पर्व का महत्व
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
॥ शंकर मेरा प्यारा, शंकर मेरा प्यारा…॥
पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
देवो के हित विष पी डाला, नील कंठ को कोटि प्रणाम, नील कंठ को कोटि प्रणाम
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर । जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥ राम दूत अतुलित बल धामा
शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा shiv chalisa in hindi करत सन्तन प्रतिपाला.
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट ते मोहि आन उबारो॥
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं। shiv chalisa in hindi सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
मैना मातु की हवे Shiv chaisa दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥